Thursday, 11 October 2012
Monday, 19 March 2012
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी तुझको फिर मनाने निकले
हम भी किस दर्जे के दीवाने निकले
कुछ तो दोस्त थे काफिले में मेरे
कुछ मेरे दुश्मन पुराने निकले
कुछ बेगाने अपने
तो कुछ अपने बेगाने निकले
मुश्किलों का हैं शौक हमे
कितने नादान थे वो
जो हमे आजमाने निकले
बेबरसात हैं यें ज़िन्दगी
खुद से मिलने के बहाने निकले
इन अंधेरो में जीते कब तक
अब खुद ही शमा जलाने निकले
भूल के सारे दर्द गम को
हम तो बस मुस्कुराने निकले
ज़िन्दगी का साथ निभाने निकले |
हम भी किस दर्जे के दीवाने निकले
कुछ तो दोस्त थे काफिले में मेरे
कुछ मेरे दुश्मन पुराने निकले
कुछ बेगाने अपने
तो कुछ अपने बेगाने निकले
मुश्किलों का हैं शौक हमे
कितने नादान थे वो
जो हमे आजमाने निकले
बेबरसात हैं यें ज़िन्दगी
खुद से मिलने के बहाने निकले
इन अंधेरो में जीते कब तक
अब खुद ही शमा जलाने निकले
भूल के सारे दर्द गम को
हम तो बस मुस्कुराने निकले
ज़िन्दगी का साथ निभाने निकले |
Wednesday, 15 February 2012
Yaad
Khamoshi me bhi aawaz sunai deti h
Yaad aate h jb gujre zamane to tanhai me bhi ek hassi sunai detih...
Na ho saath dosto ka to hari bhari vadiya bhi viran dikhai deti h
Seh liye the her gum bhi hasker saath tumhare a dosto
Per aaj bin tumhare her khushi bhi adhuri dikhai deti h...
Nam ho jati h aankhe yaad krke vo pal suhane
Aankh band ker lu to in aankho me dost tasveer teri dikhai deti h...!!!
Sunday, 22 January 2012
कुछ याद रखना....
ज़िंदगी की राह मे वो शाम याद रखना
वो पहेली मुलाकात ऑर फिर वो बिछड़ जाना साथ गुजरे वो पल याद रखना...
चाहे खुशियो में मुझे भूल जाना पर गम मे मेरी दुआएं याद रखना
दुनिया की इस भीड़ मे चाहे मेरा नाम भूल जाना पर ये चेहरा याद रखना...
राह मे कभी मिलो तो अजनबी बन कर न निकल जाना देख के हमे मुस्कुराना ये बात याद रखना
पहला नज़राना हें ये दोस्तो के नाम मेरा ये नज़राना याद रखना...
ज़िंदगी का सफर न जाने कब थम जाए
हम कल न भी रहे तो ये मेरे बोल याद रखना...!!!
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